tag:blogger.com,1999:blog-1910151721191429054.post6347943204317159691..comments2023-10-11T03:59:18.761-07:00Comments on प्रज्ञानं: विचित्रSuresh Mishra (सुरेश मिश्र)http://www.blogger.com/profile/07257323993046885173noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-1910151721191429054.post-7563495418315903062010-11-15T07:51:33.637-08:002010-11-15T07:51:33.637-08:00आप संस्कृतप्रेमी हैं जानकर बहुत अच्छा लगा
आपका ...आप संस्कृतप्रेमी हैं जानकर बहुत अच्छा लगा <br />आपका संस्कृत ब्लाग संस्कृत जगत में शामिल कर लिया गया है<br />http://sanskritjagat.blogspot.com/ पर देखें ।।<br /><br />आप संस्कृत में अच्छा लिखते हैं<br />आपको संस्कृतम्-भारतस्य जीवनम् (sanskrit-jeevan.blogspot.com) जालपृष्ठसंग्राहक का लेखक बनने का निमन्त्रण दिया जा रहा है ।<br />यदि संस्कृत भाषा के प्रसार में सहयोग देना चाहते हैं तो हमें pandey.aaanand@gmail.com पर<br />अपना संक्षिप्त परिचय ईमेल करें , आपको एक लिंक भेजा जायेगा । जिसपर क्लिक करके आप संग्राहक के लेखक बनकर संस्कृतमाता की सेवा में सहयोग दे सकेंगे ।<br />धन्यवादSANSKRITJAGAThttps://www.blogger.com/profile/12337323262720898734noreply@blogger.com